Friday, February 1, 2013

मुक्तक : 18 - बहुत बुरा हो फिर भी


बहुत बुरा हो फिर भी उसको बहुत भला ही कहती है ॥
अपना गंदा बच्चा भी माँ दूध धुला ही कहती है ॥
नहलाते-नहलाते अपने कौए से बच्चे को माँ ,
हंस कभी कहती तो कभी लक-दक बगुला ही कहती है ॥

-डॉ. हीरालाल प्रजापति

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...