Tuesday, February 12, 2013

मुक्तक : 45 - बस इक ख़्वाब


बस इक ख़्वाब मुझ सँग बुनो कहते कहते ॥
मोहब्बत को मुझको चुनो कहते कहते ॥
न फिर भी तवज्जोह पायी उधर से ,
जिन्हेंं मर गया मैं सुनो कहते कहते ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...