Saturday, February 9, 2013

मुक्तक : 30 - हम जो होते हैं


हम जो होते हैं वो दुनिया को कब दिखाते हैं ॥ 
मिर्च होते हैं मगर गुड़ शहद बताते हैं ॥ 
क्योंकि कब झाँकती है रूह किसी की दुनिया ,
इसलिए जिस्म ही भरपूर सब सजाते हैं ॥ 
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...