Wednesday, March 13, 2013

मुक्तक : 113 - मेरा नुक़्साँ में


मेरा नुक़्साँ में नफ़ा हो जाता ।।
गर जो मुझसे वो ख़फ़ा हो जाता ।।
छोड़ अपनी ख़ुदी ख़ुशामद की ,
वर्ना उठके वो दफ़ा हो जाता ।।
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...