Monday, April 1, 2013

मुक्तक : 135 - उससे बढ़कर



उससे बढ़कर और कोई स्यात् था ।।
इतना वो संसार में विख्यात था ।।
आज परछाईं भी उससे है अलग ,
शत्रु भी कल तक कि जिसके साथ था ।।
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 


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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...