Saturday, April 20, 2013

मुक्तक : 174 - बाहर हैं जो


बाहर हैं जो जेलों में गिरफ़्तार नहीं हैं ॥
मतलब न ये इसका वो गुनहगार नहीं हैं ॥
साबित न अदालत में जिनके ज़ुर्म हो सके ,
क्या ऐसे ख़ताकार ख़ताकार नहीं हैं ?
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...