जंगल का हो या शहर
का
राजा तो है राजा ,
राजा तो है राजा ,
जिसपे भी वो चाहेगा
करेगा सवारियाँ ॥
करेगा सवारियाँ ॥
इस बात से क्या लेना
उसे
किसको क्या तक्लीफ़ ,
किसको क्या तक्लीफ़ ,
अपने भले को
वो करेगा सब बुराइयाँ ॥
वो करेगा सब बुराइयाँ ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति
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