तुम मुझे
चाहे मत कभी मिलना ,
चाहे मत कभी मिलना ,
पर मुझे
चाहना न तजना तुम ॥
चाहना न तजना तुम ॥
तुम मेरा नाम
किसी सूरत में ,
किसी सूरत में ,
भूलना मत
भले न भजना तुम ॥
भले न भजना तुम ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति
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