Sunday, May 12, 2013

मुक्तक : 208 - हिरनी के पीछे



हिरनी के पीछे कुत्तों से लगे भेड़िये !!
दृश्य मार्मिक है आँखें मत फाड़ देखिये ॥
यदि चाहो दोहराव न हो इन घटनाओं का ,
ऐसे सब बदमाशों की गर्दनें रेतिये ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...