Thursday, May 2, 2013

मुक्तक :190 - क्या गुनह मैंने




क्या गुनह मैंने किया जो चूम बैठा पीठ पर ॥
‘‘किस मी किस मी टच मी टच मी’’ देख लिक्खा पीठ पर ॥
ले चली मुझको पकड़ कर पोलिस इस इल्ज़ाम में ,
रात भर मारेगी मिलकर लात मुक्का पीठ पर ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

1 comment:

डॉ. हीरालाल प्रजापति said...

धन्यवाद ! श्रीराम रॉय जी !

मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...