Monday, November 4, 2013

घनघोर अमा-निश में..........



घनघोर अमा-निश में 
उजाली की तरह है ॥
अपमान  की कालिख में 
तू लाली की तरह है ॥
संतों के वास्ते है तू 
तरने को नाव सी 
मधु-कैटभों को दुर्गा की ,
काली की तरह है ॥
[ अमा-निश =अमावस्या की रात ,उजाली =चाँदनी ,लाली =इज़्ज़त ]

-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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