Monday, November 4, 2013

मुक्तक : 363 - प्रत्येक पल उसी


प्रत्येक पल उसी उसी का नाम लिया है ।।
जीवन ही समर्पित उसी के नाम किया है ।।
पशु से मनुष्य मुझको बनाकर के जगत में ,
इक देवता का मुझको जिसने नाम दिया है ।।
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...