Tuesday, August 13, 2013

मुक्तक : 306 - मुझे बर्बाद करने


मुझे बर्बाद करने में न तुम कोई कसर रखना ॥
अगर बच जाऊँ खाने में मिलाकर के ज़हर रखना ॥
अगर मिलती हैं इससे ही तुम्हें खुशियाँ तो हाज़िर हूँ ,
मगर मर जाऊँ तो मैयत पे दो गुल , दो अगर रखना ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...