पीते हैं वो तो कहते हैं करते हैं ग़म ग़लत ॥
हम छू भी लें तो बोलेंगे करते हैं हम ग़लत ॥
हालात उनसे इस क़दर ख़राब
हैं अपने ,
हमको तो ये लगता है कि चलता है दम ग़लत ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति
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मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...
7 comments:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
सुंदर व अर्थपूर्ण पंक्तियां...
बढ़िया।
धन्यवाद ! संजय भास्कर जी !
धन्यवाद ! Smita singh जी !
उम्दा प्रस्तुति...
धन्यवाद ! Vaanbhatt जी !
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