ऐसा करूँ धमाल-धूम सालगिरह पे ॥
ऐसा दिखाऊँ
रक़्स झूम सालगिरह पे ॥
इतना हूँ ख़ुश
कि आज तो जी है अदू के भी ,
जाकर के लिपट
जाऊँ चूम सालगिरह पे ॥
( अदू = शत्रु
, दुश्मन )
-डॉ. हीरालाल
प्रजापति
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मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...
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