Sunday, July 28, 2013

मुक्तक : 290 - न हाथ मिलाया न


न हाथ मिलाया न लिपटकर चला गया ॥
यों ही मिले बग़ैर पलटकर चला गया ॥
वादा किया था जिसने उम्र भर के साथ का ,
दो दिन में अपनी बात से नट कर चला गया ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

No comments:

मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...