Sunday, June 2, 2013

मुक्तक : 238 - बर्फ़ हैं लेकिन



बर्फ़ हैं लेकिन हमेशा दिल जला देते हैं वो ॥
पैर बिन ही पुरख़तर ठोकर लगा देते हैं वो ॥
उनका हर इक काम हैरतनाक अजीबोग़रीब है ,
अपनी मासूमी के धोखे से दग़ा देते हैं वो ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...