खरे-खरे दिखने वालों में दिखा मुझे इक खोटापन ॥
बड़े-बड़ों में प्रायः पाया बड़ा-बड़ा सा छोटापन ॥
कुआँ ,सरोवर ,झील ,नदी से लगा करें जो बाहर से ,
उन्हीं में खाली बेपेंदी का भरा हुआ घन लोटापन ॥
-डॉ. हीरालाल
प्रजापति
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मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...
3 comments:
Sundar sir
Sundar sir
धन्यवाद ! Shiv Raj Sharma जी !
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