बनाने वाला ही मुझको तबाह करता है !
मिटाके आह न भर वाह-वाह करता है !
है मुझपे पूरा हक़-ओ-अख़्तियार जब उसका ,
सही है फिर वो कहाँ कुछ गुनाह करता है ?
-डॉ. हीरालाल प्रजापति
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मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...
2 comments:
बहुत सुंदर
आज हिंदी ब्लॉग समूह फिर से चालू हो गया आप सभी से विनती है की कृपया आप सभी पधारें
शनिवार- 18/10/2014 नेत्रदान करना क्यों जरूरी है
हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः35
धन्यवाद ! Darshan jangra जी !
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