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मुक्तक : 948 - अदम आबाद
मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...
7 comments:
धन्यवाद ! मयंक जी !
सुनहरा भ्रम जो है ये नश्वर संसार .....
..सब माया मोह है हमारा ..
बहुत सही बात ....
सही सवाल
SAHI SWAAL ..MAUJUDA HALAT HI SHAYAD AISE HAI MARNA PADTA HAR ROJ MAN KO MAAR KAR
धन्यवाद ! Kavita Rawat जी !
धन्यवाद ! Onkar जी !
धन्यवाद ! sunita agarwal जी !
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