Wednesday, October 15, 2014

मुक्तक : 618 - तुम जलाते हो तब भी


तुम जलाते हो तब भी तुमको जला कहना है !!
तुम गलाते हो फिर भी तुमको गला कहना है !!
जानता हूँ मैं तुम बुरे हो मगर चाहत में ,
मुझको ना चाहकर भी तुमको भला कहना है !!
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...