Tuesday, April 1, 2014

देवी-गीत ( 3 ) कोई परवा करूँ न अंजाम की


कोई परवा करूँ न अंजाम की II
पूजा अर्चा करूँ तेरे नाम की II
जय-जय-जय-जय-जय-जय अम्बे माँ II
जय-जय-जय-जय-जय-जगदम्बे माँ II
कोई परवा करूँ न.....................
पूजा अर्चा करूँ..........................
छोड़कर फल आसक्ति का ग़म ,
मैं तो निष्काम भक्ति करूँ II
तेरा कर-कर भजन अपने तन ,
मन में जीवन में शक्ति भरूँ II
तू ही सब कुछ है माँ इस गुलाम की II
पूजा अर्चा करूँ..........................
कोई परवा करूँ न.....................
चलते जाना मेरा काम है ,
चाहे मंजिल मिले न मिले II
नाव खेता रहूँगा सदा ,
चाहे साहिल मिले न मिले II
क्या पड़ी है माँ मुझको मुक़ाम की II
पूजा अर्चा करूँ..........................
कोई परवा करूँ न.....................
तेरे चरणों में ही ध्यान है ,
तेरे दर्शन की ही प्यास है II
आज या कल कभी न कभी ,
तुझको पाऊँगा विश्वास है II
कोई सुध न रहे काम-धाम की II
पूजा अर्चा करूँ..........................
कोई परवा करूँ न.....................
जय-जय-जय-जय-जय-जय अम्बे माँ II
जय-जय-जय-जय-जय-जगदम्बे माँ II

-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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