Sunday, May 17, 2015

मुक्तक : 712 - बल्ब के काँच से पतले


नाम ठोकर का भी ले दो तो टूट जाते हैं ॥
बल्ब के काँच से पतले वो फूट जाते हैं ॥
जब भी मिलते हैं किया करते बात मरने की ,
और दे दो जो इजाज़त तो रूठ जाते हैं ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति


मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...