Wednesday, January 14, 2015

अकविता (9)- यहाँ कोई विज्ञापन न लगाएँ









दीवारों पे जगह-जगह
चस्पा
इस बात का विज्ञापन
कि यहाँ
कोई विज्ञापन न लगाएँ
इस बात का स्पष्ट विज्ञापन लगता है
कि यहाँ
विज्ञापन करना
अवश्यमेव लाभदायक है
अतः
हमें मुँहमाँगा किराया देने की पेशकश करें ,
हमें मनाएँ
और यहाँ ही चिपकाएँ
अपने मनचाहे विज्ञापन ।
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

No comments:

मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...