Tuesday, January 20, 2015

मुक्तक : 663 - रहा हूँ उसके बहुत साथ


रहा हूँ उसके बहुत साथ मैं न कम लेकिन ॥
किए हैं उसने कई मुझपे हाँ करम लेकिन ॥
यकीं तो आए कि मेरा कभी वो था कि नहीं ,
करूँ तभी तो बिछड़ने का उससे ग़म लेकिन ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

No comments:

मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...