Wednesday, December 31, 2014

पूर्ण सहर्ष करें मन से तेरा स्वागत नववर्ष ॥


पाताली-घनघोर पतन या गगनचुंबी उत्कर्ष
चाहे अपने सँग तू लाये शान्ति या कि संघर्ष
किन्तु सभी उत्थानाशान्वित-सुखाभिलाषी हम ,
पूर्ण सहर्ष करें मन से तेरा स्वागत नववर्ष

-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...