Friday, September 12, 2014

मुक्तक : 596 - उनसे मिलने मैं


उनसे मिलने मैं ख़ुद से छूट-छूट जाता हूँ ॥
उनसे जुड़ने को अपने आप टूट जाता हूँ ॥
मुझसे सचमुच में वो जो रूठ जाएँ तो उनसे ,
मैं मनाने को झूठ-मूठ रूठ जाता हूँ ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति 

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...