Sunday, August 14, 2016

स्वतन्त्रता दिवस

स्वतन्त्रता दिवस के

रंगारंग कार्यक्रमों के उपरांत
कागज़ अथवा पन्नी
के छोटे-छोटे

तिरंगों को
यहाँ वहाँ फेंककर
हिंदुस्तान के सम्मान

को न कुचलें ।
- डॉ. हीरालाल प्रजापति

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मुक्तक : 948 - अदम आबाद

मत ज़रा रोको अदम आबाद जाने दो ।। हमको उनके साथ फ़ौरन शाद जाने दो ।। उनसे वादा था हमारा साथ मरने का , कम से कम जाने के उनके बाद जाने दो ...